HOSEA
Chapter 12
Hose | UrduGeoD | 12:1 | इसराईल हवा चरने की कोशिश कर रहा है, पूरा दिन वह मशरिक़ी लू के पीछे भागता रहता है। उसके झूट और ज़ुल्म में इज़ाफ़ा होता जा रहा है। असूर से अहद बाँधने के साथ साथ वह मिसर को भी ज़ैतून का तेल भेज देता है। | |
Hose | UrduGeoD | 12:2 | रब अदालत में यहूदाह से भी लड़ेगा। वह याक़ूब को उसके चाल-चलन की सज़ा, उसके आमाल का मुनासिब अज्र देगा। | |
Hose | UrduGeoD | 12:3 | क्योंकि माँ के पेट में ही उसने अपने भाई की एड़ी पकड़कर उसे धोका दिया। जब बालिग़ हुआ तो अल्लाह से लड़ा | |
Hose | UrduGeoD | 12:4 | बल्कि फ़रिश्ते से लड़ते लड़ते उस पर ग़ालिब आया। फिर उसने रोते रोते उससे इल्तिजा की कि मुझ पर रहम कर। बाद में याक़ूब ने अल्लाह को बैतेल में पाया, और वहाँ ख़ुदा उससे हमकलाम हुआ। | |
Hose | UrduGeoD | 12:6 | “अपने ख़ुदा के पास वापस आकर रहम और इनसाफ़ क़ायम रख! कभी अपने ख़ुदा पर उम्मीद रखने से बाज़ न आ।” | |
Hose | UrduGeoD | 12:7 | इसराईल ताजिर है जिसके हाथ में ग़लत तराज़ू है और जिसे लोगों से नाजायज़ फ़ायदा उठाने का बड़ा शौक़ है। | |
Hose | UrduGeoD | 12:8 | वह कहता है, “मैं अमीर हो गया हूँ, मैंने कसरत की दौलत पाई है। कोई साबित नहीं कर सकेगा कि मुझसे यह तमाम मिलकियत हासिल करने में कोई क़ुसूर या गुनाह सरज़द हुआ है।” | |
Hose | UrduGeoD | 12:9 | “लेकिन मैं, रब जो मिसर से तुझे निकालते वक़्त आज तक तेरा ख़ुदा हूँ मैं यह नज़रंदाज़ नहीं करूँगा। मैं तुझे दुबारा ख़ैमों में बसने दूँगा। यों होगा जिस तरह उन पहले दिनों में हुआ जब इसराईली मेरी परस्तिश करने के लिए रेगिस्तान में जमा होते थे। | |
Hose | UrduGeoD | 12:10 | मैं बार बार नबियों की मारिफ़त तुमसे हमकलाम हुआ, मैंने उन्हें मुतअद्दिद रोयाएँ दिखाईं और उनके ज़रीए तुम्हें तमसीलें सुनाईं।” | |
Hose | UrduGeoD | 12:11 | क्या जिलियाद बेदीन है? उसके लोग नाकारा ही हैं! जिलजाल में लोगों ने साँड क़ुरबान किए हैं, इसलिए उनकी क़ुरबानगाहें मलबे के ढेर बन जाएँगी। वह बीज बोने के लिए तैयारशुदा खेत के किनारे पर लगे पत्थर के ढेर जैसी बनेंगी। | |
Hose | UrduGeoD | 12:12 | याक़ूब को भागकर मुल्के-अराम में पनाह लेनी पड़ी। वहाँ वह बीवी मिलने के लिए मुलाज़िम बन गया, औरत के बाइस उसने भेड़-बकरियों की गल्लाबानी की। | |
Hose | UrduGeoD | 12:13 | लेकिन बाद में रब नबी की मारिफ़त इसराईल को मिसर से निकाल लाया और नबी के ज़रीए उस की गल्लाबानी की। | |