Site uses cookies to provide basic functionality.

OK
AMOS
1 2 3 4 5 6 7 8 9
Prev Up Next Toggle notes
Chapter 5
Amos UrduGeoD 5:1  ऐ इसराईली क़ौम, मेरी बात सुनो, तुम्हारे बारे में मेरे नोहा पर ध्यान दो!
Amos UrduGeoD 5:2  “कुँवारी इसराईल गिर गई है और आइंदा कभी नहीं उठेगी। उसे उस की अपनी ज़मीन पर पटख़ दिया गया है, और कोई उसे दुबारा खड़ा नहीं करेगा।”
Amos UrduGeoD 5:3  रब क़ादिरे-मुतलक़ फ़रमाता है, “इसराईल के जिस शहर से 1,000 मर्द लड़ने के लिए निकलेंगे उसके सिर्फ़ 100 अफ़राद वापस आएँगे। और जिस शहर से 100 निकलेंगे, उसके सिर्फ़ 10 मर्द वापस आएँगे।”
Amos UrduGeoD 5:4  क्योंकि रब इसराईली क़ौम से फ़रमाता है, “मुझे तलाश करो तो तुम जीते रहोगे।
Amos UrduGeoD 5:5  न बैतेल के तालिब हो, न जिलजाल के पास जाओ, और न बैर-सबा के लिए रवाना हो जाओ! क्योंकि जिलजाल के बाशिंदे यक़ीनन जिलावतन हो जाएंगे, और बैतेल नेस्तो-नाबूद हो जाएगा।”
Amos UrduGeoD 5:6  रब को तलाश करो तो तुम जीते रहोगे। वरना वह आग की तरह यूसुफ़ के घराने में से गुज़रकर बैतेल को भस्म करेगा, और उसे कोई नहीं बुझा सकेगा।
Amos UrduGeoD 5:7  उन पर अफ़सोस जो इनसाफ़ को उलटकर ज़हर में बदल देते, जो रास्ती को ज़मीन पर पटख़ देते हैं!
Amos UrduGeoD 5:8  अल्लाह सात सहेलियों के झुमके और जौज़े का ख़ालिक़ है। अंधेरे को वह सुबह की रौशनी में और दिन को रात में बदल देता है। जो समुंदर के पानी को बुलाकर रूए-ज़मीन पर उंडेल देता है उसका नाम रब है!
Amos UrduGeoD 5:9  अचानक ही वह ज़ोरावरों पर आफ़त लाता है, और उसके कहने पर क़िलाबंद शहर तबाह हो जाता है।
Amos UrduGeoD 5:10  तुम उससे नफ़रत करते हो जो अदालत में इनसाफ़ करे, तुम्हें उससे घिन आती है जो सच बोले।
Amos UrduGeoD 5:11  तुम ग़रीबों को कुचलकर उनके अनाज पर हद से ज़्यादा टैक्स लगाते हो। इसलिए गो तुमने तराशे हुए पत्थरों से शानदार घर बनाए हैं तो भी उनमें नहीं रहोगे, गो तुमने अंगूर के फलते-फूलते बाग़ लगाए हैं तो भी उनकी मै से महज़ूज़ नहीं होगे।
Amos UrduGeoD 5:12  मैं तो तुम्हारे मुतअद्दिद जरायम और संगीन गुनाहों से ख़ूब वाक़िफ़ हूँ। तुम रास्तबाज़ों पर ज़ुल्म करते और रिश्वत लेकर ग़रीबों को अदालत में इनसाफ़ से महरूम रखते हो।
Amos UrduGeoD 5:13  इसलिए समझदार शख़्स इस वक़्त ख़ामोश रहता है, वक़्त इतना ही बुरा है।
Amos UrduGeoD 5:14  बुराई को तलाश न करो बल्कि अच्छाई को, तब ही जीते रहोगे। तब ही तुम्हारा दावा दुरुस्त होगा कि रब जो लशकरों का ख़ुदा है हमारे साथ है।
Amos UrduGeoD 5:15  बुराई से नफ़रत करो और जो कुछ अच्छा है उसे प्यार करो। अदालतों में इनसाफ़ क़ायम रखो, शायद रब जो लशकरों का ख़ुदा है यूसुफ़ के बचे-खुचे हिस्से पर रहम करे।
Amos UrduGeoD 5:16  चुनाँचे रब जो लशकरों का ख़ुदा और हमारा आक़ा है फ़रमाता है, “तमाम चौकों में आहो-बुका होगी, तमाम गलियों में लोग ‘हाय, हाय’ करेंगे। खेतीबाड़ी करनेवालों को भी बुलाया जाएगा ताकि पेशावराना तौर पर सोग मनानेवालों के साथ गिर्याओ-ज़ारी करें।
Amos UrduGeoD 5:17  अंगूर के तमाम बाग़ों में वावैला मचेगा, क्योंकि मैं ख़ुद तुम्हारे दरमियान से गुज़रूँगा।” यह रब का फ़रमान है।
Amos UrduGeoD 5:18  उन पर अफ़सोस जो कहते हैं, “काश रब का दिन आ जाए!” तुम्हारे लिए रब के दिन का क्या फ़ायदा होगा? वह तो तुम्हारे लिए रौशनी का नहीं बल्कि तारीकी का बाइस होगा।
Amos UrduGeoD 5:19  तब तुम उस आदमी की मानिंद होगे जो शेरबबर से भागकर रीछ से टकरा जाता है। जब घर में पनाह लेकर हाथ से दीवार का सहारा लेता है तो साँप उसे डस लेता है।
Amos UrduGeoD 5:20  हाँ, रब का दिन तुम्हारे लिए रौशनी का नहीं बल्कि तारीकी का बाइस होगा। ऐसा अंधेरा होगा कि उम्मीद की किरण तक नज़र नहीं आएगी।
Amos UrduGeoD 5:21  रब फ़रमाता है, “मुझे तुम्हारे मज़हबी तहवारों से नफ़रत है, मैं उन्हें हक़ीर जानता हूँ। तुम्हारे इजतिमाओं से मुझे घिन आती है।
Amos UrduGeoD 5:22  जो भस्म होनेवाली और ग़ल्ला की क़ुरबानियाँ तुम मुझे पेश करते हो उन्हें मैं पसंद नहीं करता, जो मोटे-ताज़े बैल तुम मुझे सलामती की क़ुरबानी के तौर पर चढ़ाते हो उन पर मैं नज़र भी नहीं डालना चाहता।
Amos UrduGeoD 5:23  दफ़ा करो अपने गीतों का शोर! मैं तुम्हारे सितारों की मौसीक़ी सुनना नहीं चाहता।
Amos UrduGeoD 5:24  इन चीज़ों की बजाए इनसाफ़ का चश्मा फूट निकले और रास्ती की कभी बंद न होनेवाली नहर बह निकले।
Amos UrduGeoD 5:25  ऐ इसराईल के घराने, जब तुम रेगिस्तान में घुमते-फिरते थे तो क्या तुमने उन 40 सालों के दौरान कभी मुझे ज़बह और ग़ल्ला की क़ुरबानियाँ पेश कीं?
Amos UrduGeoD 5:26  नहीं, उस वक़्त भी तुम अपने बादशाह सक्कूत देवता और अपने सितारे कीवान देवता को उठाए फिरते थे, गो तुमने अपने हाथों से यह बुत अपने लिए बना लिए थे।
Amos UrduGeoD 5:27  इसलिए रब जिसका नाम लशकरों का ख़ुदा है फ़रमाता है कि मैं तुम्हें जिलावतन करके दमिश्क़ के पार बसा दूँगा।”