EXODUS
1
2
3
4
5
6
7
8
9
10
11
12
13
14
15
16
17
18
19
20
21
22
23
24
25
26
27
28
29
30
31
32
33
34
35
36
37
38
39
40
Chapter 40
Exod | UrduGeoD | 40:3 | अहद का संदूक़ जिसमें शरीअत की तख़्तियाँ हैं मुक़द्दसतरीन कमरे में रखकर उसके दरवाज़े का परदा लगाना। | |
Exod | UrduGeoD | 40:4 | इसके बाद मख़सूस रोटियों की मेज़ मुक़द्दस कमरे में लाकर उस पर तमाम ज़रूरी सामान रखना। उस कमरे में शमादान भी ले आना और उस पर उसके चराग़ रखना। | |
Exod | UrduGeoD | 40:5 | बख़ूर की सोने की क़ुरबानगाह उस परदे के सामने रखना जिसके पीछे अहद का संदूक़ है। फिर ख़ैमे में दाख़िल होने के दरवाज़े पर परदा लगाना। | |
Exod | UrduGeoD | 40:9 | फिर मसह का तेल लेकर उसे ख़ैमे और उसके सारे सामान पर छिड़क देना। यों तू उसे मेरे लिए मख़सूस करेगा और वह मुक़द्दस होगा। | |
Exod | UrduGeoD | 40:10 | फिर जानवरों को चढ़ाने की क़ुरबानगाह और उसके सामान पर मसह का तेल छिड़कना। यों तू उसे मेरे लिए मख़सूस करेगा और वह निहायत मुक़द्दस होगा। | |
Exod | UrduGeoD | 40:13 | फिर हारून को मुक़द्दस लिबास पहनाना और उसे मसह करके मेरे लिए मख़सूसो-मुक़द्दस करना ताकि इमाम के तौर पर मेरी ख़िदमत करे। | |
Exod | UrduGeoD | 40:15 | उन्हें उनके वालिद की तरह मसह करना ताकि वह भी इमामों के तौर पर मेरी ख़िदमत करें। जब उन्हें मसह किया जाएगा तो वह और बाद में उनकी औलाद हमेशा तक मक़दिस में इस ख़िदमत के लिए मख़सूस होंगे।” | |
Exod | UrduGeoD | 40:17 | पहले महीने की पहली तारीख़ को मुक़द्दस ख़ैमा खड़ा किया गया। उन्हें मिसर से निकले पूरा एक साल हो गया था। | |
Exod | UrduGeoD | 40:18 | मूसा ने दीवार के तख़्तों को उनके पाइयों पर खड़ा करके उनके साथ शहतीर लगाए। इसी तरह उसने सतूनों को भी खड़ा किया। | |
Exod | UrduGeoD | 40:19 | उसने रब की हिदायात के ऐन मुताबिक़ दीवारों पर कपड़े का ख़ैमा लगाया और उस पर दूसरे ग़िलाफ़ रखे। | |
Exod | UrduGeoD | 40:20 | उसने शरीअत की दोनों तख़्तियाँ लेकर अहद के संदूक़ में रख दीं, उठाने के लिए लकड़ियाँ संदूक़ के कड़ों में डाल दीं और कफ़्फ़ारे का ढकना उस पर लगा दिया। | |
Exod | UrduGeoD | 40:21 | फिर उसने रब की हिदायात के ऐन मुताबिक़ संदूक़ को मुक़द्दसतरीन कमरे में रखकर उसके दरवाज़े का परदा लगा दिया। यों अहद के संदूक़ पर परदा पड़ा रहा। | |
Exod | UrduGeoD | 40:22 | मूसा ने मख़सूस रोटियों की मेज़ मुक़द्दस कमरे के शिमाली हिस्से में उस परदे के सामने रख दी जिसके पीछे अहद का संदूक़ था। | |
Exod | UrduGeoD | 40:26 | उसने बख़ूर की सोने की क़ुरबानगाह भी उसी कमरे में रखी, उस परदे के बिलकुल सामने जिसके पीछे अहद का संदूक़ था। | |
Exod | UrduGeoD | 40:29 | बाहर जाकर उसने जानवरों को चढ़ाने की क़ुरबानगाह ख़ैमे के दरवाज़े के सामने रख दी। उस पर उसने रब की हिदायत के ऐन मुताबिक़ भस्म होनेवाली क़ुरबानियाँ और ग़ल्ला की नज़रें चढ़ाईं। | |
Exod | UrduGeoD | 40:30 | उसने धोने के हौज़ को ख़ैमे और उस क़ुरबानगाह के दरमियान रखकर उसमें पानी डाल दिया। | |
Exod | UrduGeoD | 40:32 | जब भी वह मुलाक़ात के ख़ैमे में दाख़िल होते या जानवरों को चढ़ाने की क़ुरबानगाह के पास आते तो रब की हिदायत के ऐन मुताबिक़ पहले ग़ुस्ल करते। | |
Exod | UrduGeoD | 40:33 | आख़िर में मूसा ने ख़ैमा, क़ुरबानगाह और चारदीवारी खड़ी करके सहन के दरवाज़े का परदा लगा दिया। यों मूसा ने मक़दिस की तामीर मुकम्मल की। | |
Exod | UrduGeoD | 40:35 | मूसा ख़ैमे में दाख़िल न हो सका, क्योंकि बादल उस पर ठहरा हुआ था और मक़दिस रब के जलाल से भर गया था। | |
Exod | UrduGeoD | 40:36 | तमाम सफ़र के दौरान जब भी मक़दिस के ऊपर से बादल उठता तो इसराईली सफ़र के लिए तैयार हो जाते। | |