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Chapter 41
Job | UrduGeoD | 41:1 | क्या तू लिवियातान अज़दहे को मछली के काँटे से पकड़ सकता या उस की ज़बान को रस्से से बाँध सकता है? | |
Job | UrduGeoD | 41:2 | क्या तू उस की नाक छेदकर उसमें से रस्सा गुज़ार सकता या उसके जबड़े को काँटे से चीर सकता है? | |
Job | UrduGeoD | 41:5 | क्या तू परिंदे की तरह उसके साथ खेल सकता या उसे बाँधकर अपनी लड़कियों को दे सकता है ताकि वह उसके साथ खेलें? | |
Job | UrduGeoD | 41:8 | एक दफ़ा उसे हाथ लगाया तो यह लड़ाई तुझे हमेशा याद रहेगी, और तू आइंदा ऐसी हरकत कभी नहीं करेगा! | |
Job | UrduGeoD | 41:9 | यक़ीनन उस पर क़ाबू पाने की हर उम्मीद फ़रेबदेह साबित होगी, क्योंकि उसे देखते ही इनसान गिर जाता है। | |
Job | UrduGeoD | 41:12 | मैं तुझे उसके आज़ा के बयान से महरूम नहीं रखूँगा, कि वह कितना बड़ा, ताक़तवर और ख़ूबसूरत है। | |
Job | UrduGeoD | 41:13 | कौन उस की खाल उतार सकता, कौन उसके ज़िरा-बकतर की दो तहों के अंदर तक पहुँच सकता है? | |
Job | UrduGeoD | 41:14 | कौन उसके मुँह का दरवाज़ा खोलने की जुर्रत करे? उसके हौलनाक दाँत देखकर इनसान के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। | |
Job | UrduGeoD | 41:16 | वह इतनी मज़बूती से एक दूसरी से लगी होती हैं कि उनके दरमियान से हवा भी नहीं गुज़र सकती, | |
Job | UrduGeoD | 41:17 | बल्कि यों एक दूसरी से चिमटी और लिपटी रहती हैं कि उन्हें एक दूसरी से अलग नहीं किया जा सकता। | |
Job | UrduGeoD | 41:18 | जब छींकें मारे तो बिजली चमक उठती है। उस की आँखें तुलूए-सुबह की पलकों की मानिंद हैं। | |
Job | UrduGeoD | 41:22 | उस की गरदन में इतनी ताक़त है कि जहाँ भी जाए वहाँ उसके आगे आगे मायूसी फैल जाती है। | |
Job | UrduGeoD | 41:23 | उसके गोश्त-पोस्त की तहें एक दूसरी से ख़ूब जुड़ी हुई हैं, वह ढाले हुए लोहे की तरह मज़बूत और बे-लचक हैं। | |
Job | UrduGeoD | 41:26 | हथियारों का उस पर कोई असर नहीं होता, ख़ाह कोई तलवार, नेज़े, बरछी या तीर से उस पर हमला क्यों न करे। | |
Job | UrduGeoD | 41:28 | तीर उसे नहीं भगा सकते, और अगर फ़लाख़न के पत्थर उस पर चलाओ तो उनका असर भूसे के बराबर है। | |
Job | UrduGeoD | 41:30 | उसके पेट पर तेज़ ठीकरे से लगे हैं, और जिस तरह अनाज पर गाहने का आला चलाया जाता है उसी तरह वह कीचड़ पर चलता है। | |
Job | UrduGeoD | 41:31 | जब समुंदर की गहराइयों में से गुज़रे तो पानी उबलती देग की तरह खौलने लगता है। वह मरहम के मुख़्तलिफ़ अजज़ा को मिला मिलाकर तैयार करनेवाले अत्तार की तरह समुंदर को हरकत में लाता है। | |
Job | UrduGeoD | 41:32 | अपने पीछे वह चमकता-दमकता रास्ता छोड़ता है। तब लगता है कि समुंदर की गहराइयों के सफ़ेद बाल हैं। | |